ना ज़ात में ना पात में,
बदलाव है जस्बात में|
ना मरने का खौफ है, ना मारने का अपराधबोध,
जाने भविष्य (youth of country) है किस हालात में||
सोचता हूँ जो कर रहा हूँ, आख़िर क्योँ?
क्या जाएगा मेरे साथ में?
चाहता हूँ कोई दुखी ना हो,
पर ये भी कहाँ मेरे हाथ में......
Saturday, December 6, 2008
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